Saturday 29 September 2012

मेरी नजर से...


दुनिया रंगों एक अदभुत समिश्रण है एक ऐसी रचना जो देखा ही   न​हीं बल्कि महसूस भी किया जा सकता है।     एक जन्मजात अन्धा व्यक्ति भी सुनहरी शाम सुनते ही उसकी कल्पना में ​वहीं आनंद मेहसूस करता है जो  कि ​एक चित्रकार अपनी रंगों से सनी कलर प्लेट को देख । एक चीज जो  मुझे आक​र्षित ​करती है ​​​वह कि प्रा​​कृति​क रंगों का जो मेल है वो वास्तव में एक नजीर ​है रंगों के कलाकारों के लिए और एक दर्शक के ​लिए ​बेहद सुन्दर दृश्य सच में...